प्रेगनेंसी में क्या खाये और क्या न खाये|pregnancy me kya khana chahiye aur kya nahi khana chahiye BEST INFORMATION 2020


 प्रेगनेंसी में क्या खाये और क्या न खाये 

हमेशा से महिला ये ही एक बात सोचती है की जन्म से पहले ही उनका बच्चा तंदुरुस्त और सेहत मंद हो।  और ये ही बातो को अपने ध्यान में रखते हुए प्रेगनेंट महिलाये अपने खाने में नए नए चीज़ो को भी इस्तेमाल करती भी है।  पर ज़्यादा तर महिलाये ऐसी भी होती है जिन्हे ये नहीं पता होता की गर्भधारण करने के बाद कौन कौन सी चीज़ खानी चाहिए , और कौन कौन सी चीज़ो को खाने से बचना चाहिए।  




प्रेगनेंसी में क्या खाये -- 

 1  ➤  डेयरी प्रोडक्ट्स - अगर आप प्रेग्नेंट है तो आपको और आपके बच्चे के विकास के लिए ज़्यादा प्रोटीन और केल्सियम की ज़रूरत पड़ेगी। 30 से 40 उम्र की महिलाओ के शरीर को रोजाना 1000mg  कैल्शियम की ज़रूरत होती है। इसलिए आप आपने खाने में डेयरी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करे।  दही,छछ,दूध ये सब प्रेगनेंट महिला के लिए अच्छा होता है। 

2 ➤   हरी पत्तेदार सब्जियाँ -  प्रेग्नेंट महिलाओं को हरी पत्तेदार सब्जियाँ अपने खाने में ज़रूर शामिल करना चाहिए।  जैसे - पालक,पत्तागोभी,ब्रोकली  पालक में भरपूर मात्रा में आयरन होता है जो प्रेगनेंसी के समय खून की कमी को दूर करता है।  



3 ➤  सूखे मेवे  -  सूखे मेवे को भी अपने खान पान में ज़रूर शामिल करे।  मेवे में कई तरह से विटामिन,कैलोरी,फाइबर,ओमेगा 3 फैटी एसिड पाए जाते है जो आपकी सेहत के लिए बहुत ज़रूरी होते है।  अगर आपको किसी प्रकार की कोई एलर्जी नहीं है तो आपने खान पान में -  काजू,बादाम,अखरोट खा सकते है।  अखरोट में भी ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। और इसके आलावा बादाम और काजू भी प्रेगनेंसी में बहुत फायदा पहुंचते है। 

4  ➤  शकरकंद -  प्रेगनेंसी में शकरकंद यानि sweet potato खाना भी बहुत फायदे मंद साबित  होता है।  इसमें विटामिन A होता है  जो बच्चे की देखने की शक्ति को बढ़ने में काफी मदद करता है।  इसके आलावा इसमें विटामिन C,फाइबर भी होता है।   


5 ➤   साबुत आनाज -  प्रेगनेंसी के समय साबुत आनाज को आपने खाने में ज़रूर शामिल करना चाहिए।  जब पहला या दूसरा महीना चल रहा हो तो।  तब साबुत आनाजो का सेवन बहुत ही फायदे मंद होता है।  इससे आपको भरपूर कैलॉरी मिलती है। जो गर्भ में बच्चे के विकास में मदद करता है। साबुत आनाज में ये सारी चीजे ले सकते है।  जैसे - ओट्स,कीनेवा,भूरे चावल।  इसको आपने खाने में शामिल कर सकती है। इस आनाजो में प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है इनमे - फाईबर,विटामिन B ,और मैग्नीशियम भी काफी मात्रा में पाया जाता है।  जो प्रेगनेंसी में फायदा पहुंचते है। 

6 ➤  एवोकाडो -   एवोकाडो एक ऐसा फल जिसे खाने की हर प्रेग्नेंट महिला को सलाह दी जाती है।  क्युकी इस फल में भरपूर मात्रा में फोलेट होता है जो गर्भ में पल रहे बच्चे के दिमाग और हड्डियों के विकास में  बहुत फायदे मंद होता है। इसके आलावा एवोकाडो में विटामिन K,पोटेशियम,कॉपर,मोनोअनसेचेरेडेड फेट ,विटामिन E भी कॉफी होता है।  इसलिए प्रेग्नेंट महिला को एवोकाडो खाने के लिए कहा जाता है।  



7 ➤  कॉड लिवर तेल -  प्रेगनेंसी में कॉड लिवर तेल बहुत फायदे मंद होता है ये कॉड मछली के लिवर में बनाया जाता है।  इसमें अधिक मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड ,विटामिन D और विटामिन A  अधिक मात्रा में होता है।  जो बच्चे के आखो बालो और दिमाग के लिए ज़रूरी होता है। इसके आलावा कॉड लिवर तेल गर्भ में पल रहे बच्चे को टाइप 1 डाइबिटीज के खतरे से भी बचता है। 

 एक रिसर्च में पता चला है  की जो महिलाये कॉड लिवर तेल का इस्तेमाल करती है।  उनके बच्चो में डाइबिटीज का खतरा बहुत कम होता है पर आपको इस बात का भी ध्यान रखना है की प्रेग्नेंसी में उतनी ही मात्रा में कॉड लिवर तेल का इस्तेमाल करे जिससे आपके शरीर को 300 माइक्रोग्राम विटामिन A और 100 माइक्रोग्राम विटामिन D की पूर्ति मिल जाये इससे ज़्यादा मात्रा में कॉड लिवर तेल का इस्तेमाल करने से बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।  

8 ➤   अंडा  - अंडा में नूट्रिशन एलिमेंट भरपूर मात्रा में होता है।  रोज़ अंडा खाने से शरीर में एनर्जी बनी  रहती है , इसलिए ज़्यादा तर डॉक्टर महिलाओ को आपने खाने में अंडे को शामिल करने की सलाह देते है।  अंडे में खूब सारा प्रोटीन,कॉलिन,विटामिन D ,और एन्टी ऑक्सीडेंट पाए जाते है। इसके आलावा एक बड़े अंडे में 77 कैलोरी एनर्जी होती है।  इसलिए अंडे को प्रेग्नेंट महिलाओ के लिए काफी फायदे मंद माना जाता है।  

9 ➤   बिना वासा वाला मांस -  अगर महिला मासाहारी है तो उन्हें अपने खाने में मीट को ज़रूर शामिल करना चाहिए।  मांस में भरपूर मात्रा में आयरन,जिंग,और विटामिन B 12  पाया जाता है।  ज़्यादा तर जो महिलाये प्रेग्नेंट होती है उनके शरीर में आयरन की कमी पाए जाती है।  इसके कारण खून में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। ऐसी प्रेग्नेंट महिलाओ के लिए मांस का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद हो सकता है।  पर महिलाओ को आपने खाने में बिना फेट वाले मांस का इस्तेमाल करना चाहिए। 


10 ➤   ज़्यादा से ज़्यादा पानी का सेवन - ऐसे तो हर इंसान को कम से कम 8 -10  गिलास पानी पीना चाहिए। और जो महिलाये प्रेग्नेंट है उन्हें तो ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीना चाहिए।  कम पानी पिने से शरीर में - सर दर्द,थकन,कब्स जैसी  परेशानी आ सकती है।  इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओ को हमेशा ज़्यादा पानी पिने की सलाह दी जाती है।  

11 ➤   फलो का जूस -  प्रेगनेंसी में महिलाओ को कही तरह के मौसंमी फलो को खाना चाहिए  जैसे की संतरा,तरबूज,नासपाती,सेब,आनर।  फलो को अपने आहार में ज़रूर शामिल करना चाहिए। इसके आलावा इन सारे फलो का जूस भी पी सकती है।   



12 ➤   फलिया - फलियों का इस्तेमाल आप ज़रूर करे। इनमे फोलेट,आयरन,पोटेशियम,मैग्नीशियम,फायबर भरपूर मात्रा में होती है।  जिन्हे  प्रेगनेंसी में काफी फायदे मंद माना जाता है।  इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को  - मटर,चना,सोयाबीन इस प्रकार के फलिया को खाना चाहिए।  



प्रेगनेंसी में क्या नहीं खाना चाहिए -


1 ➤   कच्चा अंडा न खाये - प्रेग्नेंट महिलाओ को इस बात का ज़रूर ध्यान देना चाहिए की जब भी वो अंडा खाये तो उसे अच्छी तरह से पका कर खाये। अध पके अंडे के इस्तेमाल से सालमोलेरा इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।  इस इंफेक्शन से प्रेग्नेंट महिलाओ को उलटी और दस्त की परेशानी हो सकती है। 

2 ➤   शराब का सेवन न करे -  शराब का सेवन तो हर किसी के लिए नुक़सान साबित होता है।  और जहा प्रेग्नेंट महिलाओ की बात की जाए तो इनको शराब के साथ साथ हर नशे वाली चीज़ो से दूर ही रहना चाहिए।  शराब के सेवन से गर्भ में पल रहे बच्चे पर बहुत बुरा असर पड़ता है।  शराब से बच्चे के दिमाग पर भी काफी बुरा असर पड़ता है या दिमागी शक्ति में कमजोर हो जाता है। इतना ही नहीं शराब पिने से ( miscarriage ) गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है।  

3 ➤   केफ़िन का सेवन न करे -  प्रेगनेंसी में डॉक्टर बहुत कम मात्रा में केफीन लेने की सलाह देते है। चाय, कोफ़ी,चॉकलेट,और किसी भी प्रकार का कोल्ड्रिंक में केफ़िन पाया जाता है।  ज़्यादा मात्रा में केफ़िन लेने से  ( miscarriage ) गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके आलावा केफ़िन का ज़्यादा इस्तेमाल करने से जन्म के  समय बच्चे का वजन कम रह सकता है।  हाला की प्रेगनेंसी के समय रोज़जाना 200 मिलीग्राम तक केफ़िन के इस्तेमाल करना सेफ माना जाता है।  

4 ➤  प्रेगनेंसी में कच्चा पपीता न खाये - प्रेगनेंसी  में कच्चा पपीता खाने से नुकसान हो सकता है कच्चे पपीते में एक ऐसा केमिकल पाया जाता है जो बच्चे को नुकसान पंहुचा सकता है इसलिए प्रेगनेंसी  में कच्चा पपीता खाने से बचना चाहिए।  और कच्चे पपीते का इस्तेमाल  ( miscarriage ) गर्भपात के लिए किया जाता है। 




5 ➤ क्रीम दूध से बना पनीर न खाये - प्रेगनेंसी  में फूल क्रीम  दूध  से बना पनीर नहीं खाना चाहिए।  क्युकी इस तरह के पनीर को बनाने में प्रेस्टोराइज दूध का इस्तेमाल नहीं किया जाता है इसलिए इसमें लिस्टीरिया नाम का बैक्टीरिया पाया जाता है इस बैक्टीरिया के कारण  गर्भपात और समय से पहले डिलवरी का खतरा बढ़ सकता है 

6 ➤  घर पर बनी आइस क्रीम नहीं कहानी चाहिए - प्रेगनेंसी  में घर पर बनी आइस क्रीम खाने से बचना चाहिए। आम तौर पर इसे बनाने के लिए कच्चे अंडे का इस्तेमाल किया जाता है जैसा की हमने आपको पहले भी बताया है की कच्चे अंडे खाने से  सालमोलेरा इंफेक्शन का खतरा होता है 

7 ➤  अनानास - प्रेगनेंसी के समय अनानास खाया जा सकता है पर सुरुवाती 3 महीने में नहीं खाना चाहिए दूसरी तिमाही से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।  इस दौरान हफ्ते में एक या दो कप का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन इसके ज़्यादा इस्तेमाल से प्रेग्नेंट महिला और उसके बच्चे पर बुरा असर पड़ता है इसके इस्तेमाल से ब्रोमेलिन जो की एक तरह का इंजाइन होता है उसकी संख्या बढ़ जाती है।  जिस से  ( miscarriage ) गर्भपात होने का खतरा बढ़ जाता है 

 तो  ये कुछ चीज़े है जिनसे आपको खाने से बचना चाहिए।  आशा है की ये जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।  




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